केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेशनल रजिस्टर ऑफ सर्टिफिकेशन (एनआरसी) को पूरे देश में लागू किये जाने के बयान पर दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन के चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि NRC जैसी चीजें सिर्फ आम लोगों को परेशान करने के लिए हैं. क्या खुद अमित शाह और पीएम मोदी अपना बर्थ सर्टिफिकेट दिखा सकते हैं.
दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन के चेयरमैन डॉक्टर जफरुल इस्लाम खान ने देशभर में अमित शाह के एनआरसी लागू किये जाने के बयान पर कहा कि बीजेपी के नेता जब भी कभी बात करते हैं तो उनके नजदीक यही सब चीजें होती हैं कि कैसे लोगों में फ़िरक़ापरस्ती फैलाएं, कैसे अपना वोट बैंक बनाएं, कैसे लोगों का ध्रुवीकरण किया जाए. जो चीज उन्होंने असम में शुरू की थी, वहां वो नाकाम हो चुकी है. वो खुद भी परेशान हैं उसके बावजूद पूरे हिंदुस्तान में इसे लागू करने के लिए बोल रहे हैं, इससे सिर्फ लोगों को परेशानियां होंगी.
‘क्या अमित शाह और पीएम मोदी के पास अपना बर्थ सर्टिफिकेट है’
डॉ.खान ने कहा कि जो लोग सैंकड़ों साल से बल्कि हजारों साल यहां रह रहे हैं वह सब परेशान होंगे, खासकर इस देश मे जहां पर डॉक्यूमेंट रखने का कोई तरीका तक नहीं है. उन्होंने सवाल किया और कहा कि खुद अमित शाह के पास अपना बर्थ सर्टिफिकेट मौजूद है क्या, अगर है तो हम सब को दिखा दे. ऐसी चीजें जो खुद उनके पास नहीं हैं, उनके परिजनों के पास नहीं हैं, वो आम इंसान से मांग रहे हैं, जोकि इन चीजों को जानता तक नहीं है.
उन्होंने ये भी कहा कि लोग अभी 10-15 दिन से इन चोजों को लेकर जागरूक होने लगे हैं, वो भी जो शहरों में रहते हैं, उन्होंने साफ कहा कि ये सिर्फ लोगों को तंग करने के लिए है.
‘अल्पसंख्यकों को डिटेंशन सेंटर में डालने की तैयारी’
डॉ.खान ने कहा कि अमित शाह ने सभी राज्यों को करीब एक डेढ़ महीने पहले ही कहा है कि तुम डिटेंशन सेंटर बनाओ, उन्होंने आशंका जताई कि दरअसल एनआरसी के नाम पर यह तैयारी मुसलमानों को इन डिटेंशन सेंटरों में डालने की हो रही है.
नेशनल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेशन (एनआरसी) देशभर में लागू किये जाने को लेकर हाल ही में देश के गृहमंत्री अमित शाह ने इस बारे बयान जारी करते हुए कहा यह कि वह एनआरसी को पूरे देश में लागू करेंगे, वह देश में रह रहे बाहरी तत्वों को निकालकर देश से बाहर करके ही दम लेंगे. गृह मंत्री के इस बयान के बाद देशभर में खासकर अल्पसंख्यक समुदायों में बैचेनी का आलम है और लोगों ने इस तरह की आशंकाएं जतानी शुरू कर दी हैं कि आने वाले समय में उन्हें NRC के नाम पर परेशान किया जाएगा.
साभार- ETV BHARAT
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