नई दिल्ली: देशभर में ऑनलाइन फूड डिलीवरी की सर्विस देने वाली मशहूर कम्पनी जोमैटो ने धर्मिक भेदभाव और कट्टरता दिखाने वाले ग्राहक को मुहंतोड़ जवाब दिया है,जिसके बाद से सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है।
जोमैटो की तारीफ करने वालों में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एसवाई कुरैशी जैसे दिग्गज भी शामिल हैं।
ये है पूरा मामलाः कंपनी ने अपने नेटवर्क पर भोजन पैकेट पहुंचाने वाले एक लड़के के धर्म को लेकर ग्राहक की शिकायत को सुनने से इनकार कर दिया। मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर का है। यहां रहने वाले अमित शुक्ला नाम के एक ग्राहक ने जोमैटो से खाना मंगाया। जब शुक्ला ने देखा कि खाना पहुंचाने आया शख्स मुस्लिम है, तो उसने जोमैटो से अलग डिलिवरी ब्वॉय भेजने को कहा।
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— Zomato India (@ZomatoIN) July 31, 2019
शुक्ला ने मंगलवार (30 जुलाई) की रात ट्वीट किया, ‘अभी-अभी मैंने जोमैटो से एक ऑर्डर कैंसिल किया। उन्होंने मेरा खाना गैर-हिन्दू व्यक्ति के हाथों भेजा और कहा कि वे इसे न तो बदल सकते हैं और न ही ऑर्डर रद्द करने पर पैसा वापस कर सकते हैं। मैंने कहा कि आप मुझे खाना लेने के लिये बाध्य नहीं कर सकते हैं। मुझे पैसा वापस नहीं चाहिये, बस ऑर्डर रद्द करो।’ उसने जोमैटो के कस्टमर केयर से की गई बातचीत का स्क्रीनशॉट भी लगाया और कहा कि वह अपने वकील से इस बारे में परामर्श करेगा।
जोमैटो ने इस ट्वीट के जवाब में लिखा, ‘खाने का कोई धर्म नहीं होता है। खाना खुद ही एक धर्म है।’ कंपनी इस रुख पर टिकी रही और डिलिवरी ब्वॉय बदलने से मना कर दिया। जोमैटो के संस्थापक दीपेंद्र गोयल ने भी ट्वीट किया, ‘हमें भारत के विचार, अपने शानदार उपभोक्ताओं और उनके भागीदारों की विविधता पर गौरव है। अपने मूल्यों के कारण यदि हमारे कारोबार को कुछ नुकसान भी होता है तो हमें उसका अफसोस नही।
उमर अब्दुल्ला ने जोमैटो की तारीफ करते हुए लिखा, ‘सम्मान। मुझे आपका ऐप पसंद है। धन्यवाद, जो आप लोगों ने इस ऐप का संचालन करने वाली कंपनी को पसंद करने का कारण दिया।’ एसवाई कुरैशी ने भी लिखा, ‘सलाम दीपेंद्र गोयल। आप भारत की वास्तविक तस्वीर हैं। हमें आपके ऊपर गर्व है।’ सूत्रों के अनुसार, गोयल ने कंपनी के सिद्धांतों और मूल्यों पर टिके रहने के लिये संबंधित टीम की सराहना की है।