दिल्ली हिंसा में खो गए माँ-बाप, बेसहारा घायल बच्ची, मंत्री की सेक्रेटरी बोलीं- गोद लेना चाहती हूँ
दिल्ली में पिछले हफ्ते चले कत्लेआम के बाद एक से बढ़कर एक दर्दनाक कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं। कुछ दिन पहले खबर आई कि बच्चों के लिए दूध लेने निकले बाप को मार दिया गया और बच्चे घर पर दूध का इंतजार करते रह गए।
अब खबर आ रही है कि शिव विहार इलाके में पाई गई लगभग 2 साल की एक घायल मासूम के मां-बाप का कोई अता-पता नहीं है।
बीबीसी में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक, ये बच्ची ”पिछले चार दिन से कुछ भी नहीं बोलती. भूख लगने पर कपड़ा खींचती है, कितनी बार नाम पूछते हैं, चाहते हैं कुछ तो बोले लेकिन ये कुछ नहीं बोलती.”
फिलहाल अभी बच्ची की देखभाल सऊद आलम और उनकी पत्नी नोरा कर रहे हैं।
इस खबर के मुताबिक, सऊद आलाम कहते हैं, ”यहीं उन्हें तोड़-फोड़ और हिंसा से बीच मदीना मस्जिद के पास रोती हुई दो साल की बच्ची मिली. उसके आस-पास कोई नहीं था, उसके सिर में चोट लगी थी और वो रो रही थी.”
चेहरे पर मासूमियत और बेबसी लिए इस बच्चे की तस्वीर सभी को भावुक कर दे रही है। लोग पूछ रहे हैं कि सांप्रदायिक हिंसा करने वाले लोग बताएं कि इस मासूम ने किसी का क्या बिगाड़ा था?
इस बीच महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की सेक्रेटरी सविता आनंद ने एक ट्वीट करके नई बहस पैदा कर दी। उन्होंने कहा कि इस मासूम को गोद लेना चाहती हैं। ट्वीट करते हुए सविता आनंद ने लिखा- ”इन दंगों में इस बच्ची ने अपना परिवार खो दिया। मैं इसे अपने परिवार का हिस्सा बनाना चाहूंगी। जो भी कानूनी प्रक्रिया होगी, उसे पूरा कर इस बिटिया को अपनाना चाहूंगी।”
इन दंगों में इस बच्ची ने अपना परिवार खो दिया मैं इसे अपने परिवार का हिस्सा बनाना चाहूंगी। जो भी कानूनी प्रक्रिया होगी, उसे पूरा कर इस बिटिया को अपनाना चाहूंगी। https://t.co/e2CoZHBkVw
— Savita Anand (@savita_aap) March 3, 2020
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जैसे ही उन्होंने बच्ची गोद लेने की इच्छा की सार्वजनिक घोषणा की, वैसे ही तमाम प्रतिक्रियाएं आने शुरू हो गई। अधिकतर लोगों ने इस पहल को सराहा बशर्ते इस सलाह के साथ कि कुछ दिन तक मां-बाप के पता चलने का इंतजार किया जाए।
इस मामले पर सविता आनंद से बात करने पर उन्होंने बोलता हिंदुस्तान को बताया- मासूम की ये दशा मुझसे देखी नहीं गई, मैं घंटों तक सोचती रही फिर निर्णय किया कि क्यों ना इस बच्ची को गोद लेकर अच्छे से परवरिश करते हुए इसके भविष्य को संवारा जाए।
उन्होंने कहा कि वो इस मामले से जुड़े सभी विभागों से संपर्क कर रही हैं और सभी प्रक्रियाओं और औपचारिकताओं को पूरा करके बच्ची को अपनाना चाहेंगी। इस बीच इंतजार किया जाएगा कि बच्ची के मां-बाप को कुछ न हुआ हो और वह सकुशल आकर अपनी बच्ची को ले जाएँ।
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